किताब के बारे में
यह पुस्तक समर्पित है: पूरे विंसी परिवार को, विशेष रूप से मेरे दिवंगत चाचा चक को, (28 फरवरी, 1933- 13 जून, 2018), जो ओलंपिक भारोत्तोलन चैम्पियनशिप जीतने वाले अंतिम अमेरिकी पुरुष थे।
अपने परिवार और दोस्तों के बीच "माइटी माउस" के नाम से मशहूर, चक ने 1956 और 1960 के खेलों में 123 पाउंड के बेंटमवेट चैंपियनशिप जीती। चक विंसी भले ही केवल 4'11" लंबे रहे हों, लेकिन उनकी कहानी जीवन से भी बड़ी है। उन्होंने अपने उत्साह, समर्पण, विश्वास और दृढ़ता के बल पर सफलता प्राप्त की। वे अमेरिकी स्वप्न के साकार रूप हैं। वे ओलंपिक भावना के साक्षात् प्रतीक हैं।
मैं न केवल अपने प्रसिद्ध चाचा, चक विंची की कहानी बताना चाहता था, बल्कि विंची परिवार की भी कहानी बताना चाहता था, जिसने अमेरिकी सपने को साकार करने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया। यहाँ प्रस्तुत कहानी सच्ची घटनाओं और मेरे दादा-दादी और उनके ग्यारह बच्चों, जिनमें से एक चक विंची जूनियर भी हैं, के जीवन के प्रत्यक्ष वृत्तांतों का मिश्रण है।
मेरे दादा-दादी ने जीवन भर अपने बोझ खुद उठाए, और उन्होंने उन्हें विश्वास, गरिमा, दृढ़ता और सम्मान के साथ उठाया। उन्होंने ये गुण अपने बच्चों को भी दिए। यह सिर्फ़ मेरे परिवार की कहानी नहीं है, बल्कि उन अनगिनत इटालियन लोगों की कहानी है जिन्होंने अपने, अपने बच्चों और उनके बच्चों के लिए बेहतर ज़िंदगी बनाने के लिए अमेरिका की यात्रा की। यह कहानी तथ्यों, मेरे परिवार की यादों और कुछ रचनात्मक स्वतंत्रता पर आधारित है। यह किताब सभी इटालियन अमेरिकियों के लिए है।
-क्रिस्टीन एम. टेलर-लोहमेयर



